9 साल की फातिमा ने जैसे ही पेजर उठा के
अपने फादर के हाथ में रखा वह वहीं ब्लास्ट
हो

गया लैपटॉप मोबाइल आईपैड माउस सबकी बैटरी
निकाल के लोगों को भागना पड़ा और लेनॉन
एयरपोर्ट प हल्ला स्टार्ट हो
गया हिजबुल्ला के लीडर का पहला मैसेज जैसे
ही उस पेजर पे आया उसके बाद और फिर
ब्लास्ट सीएनए की रिपोर्ट आई कि यूएस को
तो पहले से ही पता था इजराइल के ब्लास्ट
के बारे में
देखिए सेथ ऑफ अक्टूबर 2023 को हमास ने
इजराइल के ऊपर एक ऐसा अटैक किया था जो
पूरी दुनिया के लिए शॉकिंग था और इजराइल
भी इसके लिए प्रिपेयर्ड नहीं था और फिर
उसके तुरंत बाद इजराइल ने भी उसका बदला
लेने के लिए एक लार्ज स्केल अटैक शुरू
किया हमास के ऊपर ज जैसे ही इजराइल ने
अटैक करना चालू किया तो उसके नेक्स्ट डे
यानी कि एथ ऑफ अक्टूबर 2023 को इजराइल के
नॉर्थ की तरफ लेबनान में बैठे हिजबुल्लाह
जो कि हमास की अलायंस है उसने भी इजराइल
पे अटैक करना स्टार्ट किया और सबसे हैवी
अटैक जो हिज्बुल्लाह ने किया था वो शेबा
फार्म्स जो कि लेबनान और इजराइल के बीच
में एक डिस्प्यूटेड लैंड है वहां पे किया
बैक टू बैक रॉकेट लॉन्चर्स छोड़े और एयर
स्ट्राइक वगैरह की देखिए हिजबुल्ला जो है
वो ईरान बैकड शियाड ग्रुप है ये लेबनान के
सदन पार्ट जो है वहां पे इसका बहुत ज्यादा
कंट्रोल है हिज्बुल्लाह की पॉलिटिकल और
मिलिट्री दोनों विंग्स इसने बना रखी है
इनफैक्ट लेबनान की पार्लियामेंट में 13
मिनिस्टर्स हैं इनके तो एथ ऑफ अक्टूबर
2023 को जब हिज्बुल्लाह नेने इजराइल के
ऊपर बैक टू बैक अटैक किया तो इजराइल की
तरफ से भी एयर स्ट्राइक स्टार्ट हुई कहने
का मतलब है कि सेवंथ ऑफ अक्टूबर वाले
इंसीडेंट के बाद दो दिन के अंदर इजराइल
अपने नॉर्थ और साउथ रीजन में एक टू फ्रंट
वॉर में घुस चुका था जहां पे एक तरफ वो
हमास से लड़ रहा था और दूसरी तरफ वो
हिज्बुल्लाह से लड़ रहा था हिज्बुल्लाह जब
अटैक करने आया था इजराइल के ऊपर तो वो
कितनी प्रिपरेशन के साथ आया था इसका
अंदाजा इजराइल को ती दिन बाद यानी कि 11थ
ऑफ अक्टूबर को हुआ इस दिन हिजबुल्ला ने एक
प्लान तरीके से लेबनान में बैठ के इजराइल
के नदन रीजन में हैवी आर्टिलरी शेल्स एंटी
टैंक मिसाइल्स और ड्रोन से अटैक चालू कर
दिया फर्स डज ऑ मिसल्स एंड रॉकेट इट इराल
ट इंक्लूडिंग वल वा इप्ड इल
सनज और जब ये लड़ाई चल रही थी इजराइल और
हिज्बुल्लाह के बीच में तो सेम वीक में यह
खबर आने लगी कि हिजबुल्ला के 20 मिलिटेंट
पैराग्लाइडर्स का यूज करके नॉर्दर्न
इजराइल में घुसने वाले हैं और जो 7
अक्टूबर को हमास ने किया था इजराइल के
अंदर सेम वही चीज दोबारा से रिपीट होने
वाली है और इस बार इजराइल के नॉर्दर्न
पार्ट में होगी और जब ये खबर सर्कुलेट
होना चालू हुई तो इजराइल के पूरे नॉर्दर्न
रीजन में अलार्म बजने लगे इजराइली फोर्सेस
ने आम जनता से कहा कि आप लोग शेल्टर ले लो
और फिर इस अनाउंसमेंट के बाद करीब 24 टू
48 आवर्स के बाद इजराइल की आर्मी ने ये
बताया कि एक फॉल्स अलार्म था जो कि ह्यूमन
एरर की वजह से बजा था और ये जो इंफॉर्मेशन
है ये सही नहीं थी और कंसर्न की कोई बात
नहीं है लेकिन जो इजराइली सिटीजन थे जो
इजराइल के नॉर्दन एरिया में रह रहे थे
यानी कि लेबनान के बॉर्डर के पास में रह
रहे थे उन्होंने थोड़े दिन पहले ही देखा
था कि हमास ने किस तरीके से इजराइल में
घुस के मारकाट मचाई थी और सेम टाइम पे
हिज्बुल्लाह जो था वो काफी हैवी अटैक कर
रहा था तो इजराइल के नॉर्दर्न एरिया में
जो इजराइली सिटीजन थे वो डर गए और करीब
96000 इजराइली जो थे वो लेबनान के बॉर्डर
के पास यानी कि जो इजराइल के नॉर्दर्न
एरिया में रह रहे थे वो एरिया छोड़ के
यानी कि अपना घर वगैरह छोड़ के दूसरी तरफ
आ गए और जो लेबनान वाली साइड थी वहां पे
भी जो सिविलियंस थे वो भी पीछे हट गए थे
अब जब ये चीज शुरू हुई तो नेतनयाहू के ऊपर
अपोजिशन की तरफ से बहुत ज्यादा प्रेशर आ
गया कि थोड़े दिन पहले इजराइल के साउथ में
अटैक हुआ था वहां से लोग भागे और अब नॉर्थ
में भी अटैक की वजह से लोगों को अपना घर
छोड़ के भागना पड़ रहा है कि एक इजराइली
जो है जो आम जनता है वो अपने ही घर में
नहीं रह पा रही है उसको कैंप में रहना पड़
रहा है तो इस चीज को लेके इजराइल का जो
अपोजिशन था उन्होंने नेतनयाहू के ऊपर बहुत
ज्यादा प्रेशर बनाया और ये बताया कि ये एक
फेलियर है नेतनयाहू का और जब ये बात बहुत
ज्यादा उठने लगी तो नेतनयाहू ने प्रॉमिस
किया कि वो बहुत ही जल्द दोबारा से जो भी
इजराइली हैं जो नॉर्दर्न एरिया से भाग के
गए हैं वो उनको अपने घरों में वापस
पहुंचाएंगे लेकिन ये चीज करना इतनी आसान
नहीं थी क्योंकि लोग तभी वापस आएंगे
लेबनान के बॉर्डर पे जब हिजबुल्ला बैकफुट
पर होगा अटैक बंद होंगे और वहीं हमास के
कंपेरटिवली देखा जाए तो हिजबुल्ला ज्यादा
स्ट्रांग है इसके पास 1 लाख से ज्यादा
लड़ाके हैं और ईरान से भी बैकिंग है इसको
तो इसीलिए इजराइल के लिए बहुत ही टफ टास्क
था अब इसके बाद डेली बेसिस पे हिजबुल्ला
और इजराइली फोर्सेस में लड़ाई होना चालू
होती थी देर इ नो प्ले इन
रान द लग आर्म
लैन इफ यू स्ट्राइक अस व विल स्ट्राइक यू
हिजबुल्ला जो साउथ लेबनान में बैठ के अटैक
कर रहा था इसने अपने लिए वहां पे फोर लेयर
सिक्योरिटी बना रखी थी पहला लेयर जो
इन्होंने बनाया था वो टैक्टिकल डिफेंस का
बनाया था दूसरी लेयर में रॉकेट और
मिसाइल्स थी तीसरी लेयर में कमांड एंड
कंट्रोल और फोर्थ लेयर में मेन जो लीडर थे
जो इस पूरे ऑपरेशन को चला रहे थे वो रहते
थे तो इजराइल जो था इसी लड़ाई के बीच में
क्या करने लगा था कि उसने अपने पेगासस
सॉफ्टवेयर का यूज़ करके वैसे तो बहुत सारे
सॉफ्टवेयर हैं इनके पास लेकिन पेगासस फेमस
है तो इसने अपने पेगासस सॉफ्टवेयर का यूज़
करके हिज्बुल्लाह के जो लीडर थे जो फोन
यूज करते थे उनको हैक करके उनकी लोकेशन और
स्ट्रेटजी वगैरह जो बनाते थे वो सब पता कर
लेते थे जिसका बहुत बड़ा एडवांटेज होता था
इजराइल को इजराइल ने हिज्बुल्लाह के कई
सारे ऐसे लीडर्स थे जिनके मोबाइल अपने
सॉफ्टवेयर से हैक करके उनकी लोकेशन ट्रैक
करी और फिर गाइडेड मिसाइल्स यूज़ करके
उनके ऊपर अटैक किया और उनको मार दिया तो
ऐसे करके कई सारे हिज्बुल्लाह के लीडर थे
जिनको इजराइल ने मारा और हिज्बुल्लाह किस
स्ट्रेटेजी के साथ अटैक करेगा उसके बारे
में भी इजराइल को पहले से पता रहता था
इनफैक्ट जो लीडर्स वॉर जोनन में भी नहीं
थे दूर लेबनान में या सीरिया में बैठ के
प्लानिंग वगैरह करते थे उनके ऊपर भी
मिसाइल्स गिरने लगी थी और सबसे बड़ी
दिक्कत हिज्बुल्लाह के लिए तब शुरू हुई जब
नवंबर 2023 में इजराइल ने हसन मोहम्मद
इब्राहिम अली रफ और अली हसन इनकी लोकेशन
पता करके इनको गाइडेड मिसाइल्स के थ्रू
मार गिराया और यह सारी चीजें बहुत ज्यादा
शुरू होने लगती हैं और फिर इसके बाद ईयर
शुरू होता है 2024 और ये नया साल आते-आते
हिजबुल्ला के लोगों को ये चीज रिलाइज होने
लगी थी कि इनकी प्लानिंग वगैरह इजराइल के
जो लोग हैं उनको पहले से ही पता रहती है
और इन सब चीजों के पीछे जो मोबाइल है वो
सबसे बड़ा रीजन है क्योंकि उस टाइम प ऐसा
भी हो रहा था कि कई हिज्बुल्लाह के कमांडर
ऐसे थे उनके ऊपर तब मिसाइल्स गिरी जब
उन्होंने तुरंत मोबाइल यूज किया था
तो इसके बाद ये लोग ट्राई तो करते थे कि
कम से कम मोबाइल यूज करें इनफैक्ट ऑपरेशंस
में भी जाएं तो मोबाइल ना लेकर जाएं लेकिन
उसके बाद भी इजराइल ये जो ट्रैकिंग कर रहा
था ये हिजबुल्लाह के लिए एक बहुत बड़ी
सिरदर्द बन गई थी क्योंकि मोबाइल का यूज
करने पे इजराइली जो थे उनको सब पता चल जा
रहा था और ना यूज करने में आपस में
कोऑर्डिनेट कैसे करें कम्युनिकेशन कैसे
करें इसकी बहुत दिक्कत आ रही थी तो ये लोग
धीरे-धीरे फोन छोड़ के छोटे-छोटे एफर्ट्स
डाल रहे थे जैसे हैंड रिटर्न लेटर्स हो गए
पेजर्स वगैरह भी इन्होंने यूज करने शुरू
किए थे लेकिन बहुत लार्ज स्केल पे नहीं
किए थे बहुत ही कम लोग थे जो पेजर का यूज
करके अपना काम चला रहे थे और कम्युनिकेट
कर रहे थे अब इसके बाद महीना शुरू होता है
फरवरी 2024 और हिजबुल्ला का जो लीडर है
हसन नरला यह टीवी पर आके सारे हिजबुल्ला
के लोगों को एक मैसेज भेजता है इस मैसेज
में आके कहता है कि आप पूछते हो ना कि
इजराइली एजेंट कहां पर है मैं आपको बताता
हूं कि एजेंट य फोन है जो आपके हाथ में है
आपकी वाइफ के हाथ में आपके बच्चों के हाथ
में इस पूरी वीडियो का जो लिंक है व
डिस्क्रिप्शन में मिल जाएगा आपको तो यह जो
मैसेज आता है हिजबुल्ला के लीडर की तरफ से
तो इसके बाद हिजबुल्ला के जो भी मेंबर थे
जो कभी-कभी पेजर यूज करते थे और जरूरत
पड़ने पे ही फोन का यूज करते थे अब वो
बहुत तेजी से फोन को पूरी तरीके से छोड़
के पेजर की तरफ शिफ्ट होने लगे एक्चुअली
देखिए हो क्या रहा था कि जो मोबाइल होता
है वो लोकल टावर से कनेक्टेड होता है उस
टावर पे अगर कोई कंट्रोल बना ले तो उस
पूरे एरिया के फोन को ट्रैक किया जा सकता
है और मोबाइल में वाईफाई जीपीएस इंटरनेट
सिम कार्ड आईएमईआई नंबर से हर चीज ट्रैक
करी जा सकती है लेकिन पेज पेर जो होते हैं
वो आरएफ टेक्नोलॉजी यानी कि रेडियो
फ्रीक्वेंसी प काम करते हैं जैसे जो आम
हमारे रेडियो होते हैं वो भी इसी आरएफ
टेक्नोलॉजी पे काम करते हैं तो इस पेजर की
लोकेशन जो होती है वो आप ट्रैक नहीं कर
सकते पेजर जो होता है इसमें वन वे
कम्युनिकेशन होता है कुछ कुछ एडवांस पेजर
होते हैं जिनमें टू वे कम्युनिकेशन भी
होता है लेकिन जो आमतौर पे पेजर होता है
वो वन वे कम्युनिकेशन होता है यानी कि
इसमें सिर्फ मैसेज आ सकता है आप रिसीव कर
सकते हैं आप मैसेज भेज नहीं सकते तो इसमें
करते क्या है कि 100 200 या 1000 पेजर जो
हो गए उनको एक आदमी किसी कंप्यूटर या
सेंट्रलाइज सर्विस का यूज करके बल्क में
कोई मैसेज भेजना होता है तो वो भेज देता
है और सबको वो मैसेज कन्वे हो जाता है और
यही रीजन है कि आज की डेट में भी जब इतनी
ज्यादा एडवांस टेक्नोलॉजी है इस टाइम पे
भी जिन लोगों को सिक्योरिटी का इशू होता
है वो पेजर का यूज करते हैं कई
रेस्टोरेंट्स और हॉस्पिटल्स में भी
कभी-कभी पेजर्स यूज होते हैं जहां पे एक
साथ स्टाफ जो होता है उनको मैसेज
ब्रॉडकास्ट कर दिया जाता है कोऑर्डिनेट
करने के लिए तो इन्हीं सब चीजों को देख के
हिजबुल्ला ने भी डिसाइड किया कि वह पेजर
का यूज
[संगीत]
करेंगे बात तो काफी टाइम पहले से चल रही
थी लेकिन बहुत सार मेंबर्स जब मरने लगे और
इनके लीडर ने भी आके टीवी पे बोल दिया तो
मार्च 2024 के स्टार्टिंग में पेजर मंगाने
के लिए हिज्बुल्लाह दुनिया भर में कंपनीज
देखने लगा इन्होंने डिसाइड किया था कि
5000 पेजर ऑर्डर करेंगे और स्पेसिफिक मॉडल
भी इन्होंने फिक्स किया था कि 924 मॉडल जो
है इसको ये यूज करेंगे अब हिजबुल्ला जब ये
सारी चीजें डिसाइड कर रहा था तो ये सारा
सारी चीजों से निपटने के लिए इजराइल के
अंदर एक डेडिकेटेड इंटेलिजेंस यूनिट है
जिसका नाम है
a200 इसको 8200 नहीं कहते हैं ये लोग 8200
कहते हैं एक्चुअली इजराइल की जो
इंटेलिजेंस है वो तीन पार्ट में डिवाइडेड
है एक तो मसाद है जो इंटरनेशनल ऑपरेशंस
यानी कि इजराइल की बाउंड्री के बाहर जो
देश है उनसे जो थ्रेट्स आते हैं उन पे काम
करती है दूसरी है शिन बेट इसको शब्बा भी
कहते हैं लोग ये इजराइल की इंटरनल
सिक्योरिटी पर काम करती है अगर कोई स्पाई
वगैरह है कोई बाहर के देश का अगर वो
इजराइल के अंदर आ के कुछ करता है तो ये जो
यूनिट है ये इजराइल की जो बाउंड्री है
उसके अंदर जो बाहर से स्पाई वगैरह आते हैं
उनको ढूंढ के मारना वगैरह ये सारा काम
करती है और तीसरी है
अगाफिया
जिसको ये लोग यूनिट a200 बोलते हैं ये
यूनिट सिग्नल इंटेलिजेंस और साइबर ऑपरेशंस
की एक्सपर्ट है जितने भी इलेक्ट्रॉनिक
डिवाइसेज होते हैं फ्रिज मोबाइल कंप्यूटर
वगैरह इनको ट्रैक करना इनमें बॉम फिक्स
करके दुश्मनों को मारना ये सारे के सारे
टास्क इसी यूनिट के अंडर में आते हैं आपको
अगर याद हो तो 2020 में इजराइल ने ईरान के
न्यूक्लियर साइंटिस्ट को एआई असिस्टेंट
रोबोट से सैटेलाइट के थ्रू रिमोट मारा था
वो इसी 8200 यूनिट ने ही किया था और ये जो
हिजबुल्ला का जो पेजर वाला टास्क था वो
इसी यूनिट को असाइन किया गया अब जब इस
यूनिट को ये टास्क मिला तो इनको ये चीज
पता थी कि हिजबुल्ला अगर पेजर पे बल्क में
शिफ्ट हो रहा है तो एक दो पेजर से तो इनका
काम चलेगा नहीं बल्क में कई हजार पेजर्स
चाहिए होंगे तो यूनिट a ने ऑल ओवर वर्ल्ड
में जितनी भी बड़ी कंपनीज हैं जो पेजर की
मैन्युफैक्चरिंग करती हैं जैसे गोल्ड
अपोलो मल्टीटोन इलेक्ट्रॉनिक्स यून केशन
स्विस फोन इन सब में अपनी सेंध लगाना शुरू
किया फिर कुछ टाइम बाद इनके पास
इसलिए हिज्बुल्लाह को ताइवान के अंदर
ऑपरेट करने में ज्यादा आसानी है एज कंपेयर
टू बाकी कंट्रीज जहां पे इतनी सारी
इंटेलिजेंस एजेंसी जो हैं वो हिज्बुल्लाह
के ऊपर ट्रैक रखने की कोशिश कर रही है तो
अब इसके बाद इजराइल डिसाइड करता है कि
कैसे भी करके गोल्ड अपोलो जो कंपनी है
इसके अंदर अपने लिंक्स बनाए जाए लेकिन
गोल्ड अपोलो जो है वो दुनिया की बहुत बड़ी
पेजर कंपनी में आती है इसमें ऐसे आसानी से
घुस के और सारी चीजें ट्रैक कर लेना इतना
आसान नहीं है तो इस चीज से निपटने के लिए
जो इजराइल की यूनिट 8200 थी उसने एक अलग
रास्ता चुना तो इजराइल की जो इंटेलिजेंस
यूनिट्स रहती हैं वो अलग-अलग कंट्रीज में
पहले से ही अलग-अलग डोमेन के अंदर कंपनीज
जो हैं वो रजिस्टर करा के पहले से ही रखी
रहती है ताकि उनको फ्यूचर में कभी जरूरत
पड़े तो उनको नई कंपनीज ना बनानी पड़े
क्योंकि नई कंपनीज के ऊपर लोग डाउट करते
हैं तो पहले से ही इजराइल की जो
इंटेलिजेंस यूनिट रहती है वो अलग-अलग
कंपनीज रजिस्टर करा के रखे रहती हैं तो
फिर इसके बाद इजराइल ने हंगरी की कैपिटल
बुडापेस्ट में शेल कंपनीज बनाने का ट्राई
किया हंगरी को इसलिए इन्होंने सिलेक्ट
किया क्योंकि हंगरी जो है वहां पे इंपोर्ट
एक्सपोर्ट जो पॉलिसी है वो वैसे तो
यूरोपियन यूनियन रेगुलेशन से ही फॉलो कर
करते हैं लोग लेकिन हंगरी जो है वो फॉरेन
इन्वेस्टमेंट फ्री ट्रेड इन सब चीजों को
ज्यादा सपोर्ट करते हैं अपनी कंट्रीज की
ग्रोथ के लिए वैसे भी आप देखोगे तो पूरे
यूरोप के अंदर हंगरी जो है कॉर्पोरेट
टैक्स बहुत कम लेता है इन्हीं सब चीजों को
बढ़ावा देने के लिए तो अब इजराइल क्या
करता है कि हंगरी के कैपिटल बुद्धा पेस्ट
की 14th डिस्ट्रिक्ट में एक जगह ढूंढता है
33a 1142 बुधा पेस्ट इस बिल्डिंग के
ग्राउंड फ्लोर पे इजराइल ने कंपनी सेटअप
कर दी जिसका नाम इन्होंने रखा बीएसी
कंसल्टिंग
ये उस बिल्डिंग की ओरिजिनल फोटो है और इस
बिल्डिंग में 13 और कंपनीज रजिस्टर्ड थी
अभी अगर आप इस एड्रेस प जाओगे तो एक पेपर
लगा रखा है इन्होंने और यहां से गायब हैं
ये लोग लेकिन उस पर्टिकुलर टाइम पे इस
कंपनी में एक लड़की थी क्रिस्टियाना
बरसोनी इसको इन्होंने सीईओ बनाया लेकिन
अभी भी इस चीज का कंफर्मेशन नहीं आया है
कि जो लड़की थी ये धोखे से इजराइल ने इसको
सीईओ बनाया या फिर इजराइल के साथ एक्चुअल
में ये मिली थी लेकिन रॉयटर्स ने कुछ झूठ
पकड़े हैं बीएससी कंसल्टिंग की जो वेबसाइट
है उसमें इन्होंने दिखाया कि क्रिस्टियाना
जो है वो बोर्ड मेंबर है अर्थ चाइल्ड
इंस्टिट्यूट की लेकिन पता किया गया तो ये
झूठ निकला ऐसे ही क्रिस्टियाना का जब
रिज्यू में निकाला गया तो उसमें भी झूठ
पकड़ा गया उसमें भी उन्होंने दिखाया कि वो
इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी की
प्रोजेक्ट मैनेजर हैं जबकि ऐसा नहीं था वो
वहां पे प्रोजेक्ट मैनेज नहीं कर रही थी
तो अभी फिलहाल तो क्रिस्टियाना को सब लोग
रीच आउट कर रहे हैं लेकिन किसी की बात
नहीं हो पाई है उनसे अभी टोटल दो लोगों का
नाम आया जिसके बारे में सबसे ज्यादा
डिस्कशन स्टार्ट हुआ एक तो क्रिस्टियाना
और दूसरे हैं इंडियन ओरिजन के रिनसन होजे
जो केरला से नॉर्वे माइग्रेट हो गए थे इस
पेजर की डील में इनका भी नाम आया कि इनकी
जो कंपनी है नोटा ग्लोबल लिमिटेड इसके
थ्रू इन पेजर के लिए 1.6 मिलियन यूरो
पहुंचाए इजराइल को हेल्प करने के
लिए लेकिन कि कंट्री की जो नेशनल
सिक्योरिटी एजेंसी है उसने मना कर दिया कि
ऐसा कुछ भी नहीं है लेकिन फिलहाल इंडिया
के अंदर जो वायट पुलिस है उसने रिनसन होजे
के बारे में इंक्वायरी स्टार्ट कर दी है
तो अब यहां से इजराइल का प्लान यह था कि
ये बीएसी कंपनी जो है इसको सेट अप करके
इसको फ्रंट पार्टी बनाया जाएगा गोल्ड
अपोलो से डील करने के लिए अभी आएगा आगे कि
कैसे किया और बीएसी कंपनी के अलावा दो और
शेल कंपनीज बनाई गई जिनका नाम नाम एड्रेस
उसके बारे में कोई भी चीज अभी तक पता नहीं
चल पाई है इन्हीं दोनों कंपनीज के लिए
बोला जा रहा है कि यह कंपनीज इजराइल के
मास्टर प्लान का पार्ट थी तो इजराइल ने जब
ये फर्जी कंपनीज बना ली थी तो ये फर्जी
कंपनी बनाने के बाद इन्होंने जेनुइन
क्लाइंट्स बनाना स्टार्ट किए और पूरे
एरिया के अंदर बल्क में पेजर सप्लाई करने
का काम स्टार्ट किया अब ये जो पेजर्स थे
इनकी मैन्युफैक्चरिंग ये यहीं पे कर रहे
थे या कहीं से लेके आ रहे थे ये भी क्लियर
नहीं है ये सारी चीजें जो मैं आपको बता
रहा हूं ये न्यूयॉर्क टाइम्स में शेरा
फ्रेंकल साद और रोनिन ने जो 18th ऑफ
सितंबर को एक रिपोर्ट पब्लिश की थी उसके
बेसिस पे बता रहा हूं और अभी इसी रिपोर्ट
के बारे में हर जगह डिस्कशन चल रहा है इन
सबके लिंक्स भी आपको डिस्क्रिप्शन में मिल
जाएंगे ये शेल कंपनी बनाने के बाद
इन्होंने वहां पे ये दिखाया था कि ये
यूरोपियन इंस्टिट्यूट ऑफ इनोवेशन एंड
टेक्नोलॉजी इसके ये इंफॉर्मेशन
कोऑर्डिनेटर हैं जो यूरोपियन कमीशन के लिए
बल्गेरिया क्रोएशिया एस्टोनिया हंगरी
माल्टा लाविया ऐसी कंपनीज में अपना बिजनेस
करते हैं अब ये सारी चीजें सेट अप करके
इजराइल ने बिजनेस तो स्टार्ट कर दिया था
लेकिन इजराइल को पता था कि उनकी बनाई हुई
जो शेल कंपनीज हैं वो कितना भी बड़ा
बिजनेस कर लें मल्टीपल कंट्रीज में अपने
बिजनेस को दिखा दें लेकिन हिजबुल्ला जो है
वो एक ऐसी कंपनी जो अननोन है उसके पेजर्स
को हाथ भी नहीं लगाएगा तो इसी चीज से
निपटने के लिए ये लोग ट्राई करते हैं
गोल्ड अपोलो जो ताइवान के अंदर है उसके टच
में आने के लिए क्योंकि इनका मानना था कि
गोल्ड अपोलो जो है वो हिजबुल्ला का
ट्रस्टेड है वहां से पहले भी इन्होंने
पेजर्स मंगाए हैं तो इस चीज से निपटने के
लिए ये लोग क्या करते हैं ये बुडापेस्ट के
बिजनेसमैन बनके पहुंचते हैं ताइवान और
वहां जाके गोल्ड अपोलो जो कंपनी है उसके
ऑफिस में मीटिंग फिक्स करते हैं मल्टीपल
डिस्कशन होते हैं वहां पे और उसके बाद ये
गोल्ड अपोलो को एक एग्रीमेंट के लिए रेडी
कर लेते हैं जिसमें ये था कि गोल्ड अपोलो
जो है वो इजराइल की ये जो बीएसी कंसल्टिंग
है इसको अपना नाम और ब्रांडिंग यूज करने
देंगे जिसमें ये था कि बीएससी कंसल्टिंग
जो है वो अपने खुद के 924 जो पेजर
डिवाइसेज हैं वो खुद ही बनाएगी सब कुछ खुद
ही करेगी बस मॉडल के ऊपर गोल्ड अपोलो को
लिमिटेड जो है उसके स्टीकर वगैरह लगाएगी
यानी कि ब्रांडिंग वगैरह करके उसको आगे
बेचेगी लेकिन गोल्ड अपोलो को बिल्कुल भी
आईडिया नहीं था कि ये इजराइल की बनाई हुई
शेल कंपनीज हैं और ये जो पूरा एग्रीमेंट
वगैरह हुआ था बीएससी कंसल्टिंग और गोल्ड
अपोलो के बीच में इस पूरी डील के लिए यह
फिक्स हुआ था कि बीएससी कंसल्टिंग अपने
प्रॉफिट में से शेयर भी देगी और साइनिंग
बोनस की तरह भी कुछ पैसा दिया जाएगा ओवरऑल
डील बहुत बढ़िया थी तो गोल्ड अपोलो मना
नहीं कर पाता है और वो एग्रीमेंट साइन कर
देता है गोल्ड अपोलो को पता तो था नहीं कि
उनके साथ हो क्या रहा है उन्होंने सोचा बस
नाम ही यूज़ करना है और जो कंपनी है वो भी
2022 की रजिस्टर्ड है काफी टाइम हो गया तो
वो एग्रीमेंट साइन कर देते हैं लेकिन उनको
बिल्कुल भी आईडिया नहीं था कि इसकी वजह से
आगे अभी क्या-क्या होने वाला है अब जैसे
ही गोल्ड अपोलो और बीएससी कंसल्ट का
एग्रीमेंट साइन होता है वैसे ही बीएससी
कंसल्टिंग के जो पेजर थे अब वो बन गए
गोल्ड अपोलो के पेजर और यही चीज इजराइल
चाहता था और ये जो चीजें मैं बता रहा हूं
ये प्रॉपर ऑफिशियल स्टेटमेंट में गोल्ड
अपोलो ने बताया है कि इस एग्रीमेंट में बस
हमारा इतना ही काम था कि हमने ब्रांडिंग
दी थी बाकी हमारा इससे कोई लेना देना नहीं
है मैन्युफैक्चरिंग वगैरह ये सारी की सारी
बीएससी कंसल्टिंग कर रही थी ये उसकी कॉपी
है आप पॉज करके पढ़ लेना इसके बाद बीएससी
कंसल्टिंग जो थी इसने पेजर बनाने स्टार्ट
किए और अपने मल्टीपल जेनन क्लाइंट जो थे
उनको पेजर बना के सप्लाई करना स्टार्ट
किया लेकिन एक्चुअल में ये घात लगा के
अपने मेन क्लाइंट हिजबुल्ला का इंतजार कर
रहे थे कि कैसे भी करके हिजबुल्ला को ये
अपने खुद के बनाए हुए पेजर जिसपे गोल्ड
अपोलो का इन्होंने लोगो लगा रखा था इसको
बेच द अब हिजबुल्लाह ने गोल्ड अपोलो के जो
पेजर्स थे पहले खरीदे थे लेकिन बुडापेस्ट
के बीएससी कंसल्टिंग के बनाए हुए गोल्ड
अपोलो के पेजर हिज्बुल्लाह को बेचना बहुत
ही टफ टास्क था तो अब यहां से इजराइल क्या
करता है कि इजराइल के कई सारे ऐसे स्पाई
एजेंट्स थे जो लेबनान के अंदर और
हिजबुल्लाह की जो ग्रुप्स थे उनके अंदर
मिलके रहते थे उनको यह टास्क दिया गया कि
कैसे भी करके हिजबुल्ला के अंदर जो ये
पेजर की डील करने वाले हैं उनको हमारा
क्लाइंट बना के बुडापेस्ट में लेके आओ और
हिजबुल्ला भी जो है वो डायरेक्ट ऐसे ओपन
मार्केट से जाके नहीं मंगा लेता है उसको
भी कई चैनल्स का यूज करके सीक्रेट पेजर्स
मंगाने होते हैं तो अब इजराइल ने किन
एजेंट्स का यूज किया क्या ट्रिक्स लगाई
बीच में किन कंपनीज का यूज किया कैसे
हिजबुल्ला को
कन्विंसिंग वाले पेजर्स ही ऑर्डर कर दें
ये अभी किसी को भी नहीं पता है उसकी
इन्वेस्टिगेशन चल रही है लेकिन कैसे भी
करके इजराइल ने इस चीज में कामयाबी हासिल
कर ली और हिज्बुल्लाह को अपना क्लाइंट बना
लिया जैसा वो चाहता था और एज पर स्काई
न्यूज़ हिजबुल्ला ने बीएससी कंसल्टिंग से
5000 पेजर्स का ऑर्डर दे दिया पहली लॉट
में 3000 पेजर्स जाने थे और दूसरी लॉट में
बाकी के जो 2000 पेजर्स थे वो जाने थे इस
पूरे प्रोसेस में बताया जा रहा है कि ये
जो दो अलग से शेल कंपनीज और खोली थी
इजराइल ने जिसका नाम अभी तक सामने नहीं
आया है इनका मेजर रोल था यह ऑर्डर प्लेस
करवाने में जब यह बीएससी कंसल्टिंग
हिज्बुल्लाह को पेजर देने का प्लान कर रही
थी उसी टाइम पे एक चीज और हुई थी इस
बीएससी कंसल्टिंग ने ताइवान की जो कंपनी
थी गोल्ड अपोलो जिसके साथ एग्रीमेंट वगैरह
किया था तो उसको एग्रीमेंट के हिसाब से
पेमेंट करने थे तो जब पेमेंट इन्होंने
स्टार्ट करनी चालू करी बीएससी कंसल्टिंग
ने गोल्ड अपोलो को तो ताइवान की जो
गवर्नमेंट थी उसको कुछ अनयूजुअल एक्टिविटी
दिखी जिसकी वजह से वो अलर्ट पे आए ताइवान
की इकोनॉमी मिनिस्ट्री जो थी उसने ऑब्जर्व
किया कि ये गोल्ड अपोलो जो है इसकी जो
पेमेंट है कई बार मिडिल ईस्ट से भी राउट
होके आ रही है और इसी वजह से ताइवान के जो
लोकल बैंक्स थे उन्होंने एक बार बीएससी
कंसल्टिंग की जो पेमेंट थी वो होल्ड पे भी
डाल दी थी और इस चीज को लेके
इन्वेस्टिगेशन भी स्टार्ट हो गई थी लेकिन
इससे पहले की इन्वेस्टिगेशन का कुछ
रिजल्ट्स सामने आता इजराइल अपना काम कर
चुका था और ये जो पेमेंट वाली बात है ये
चीज गोल्ड अपोलो के फाउंडर हसू चिंग जो
हैं इन्होंने भी कंफर्म की कि पेमेंट
अनयूजुअल तरीके से मिडिल ईस्ट से आ रही थी
और इसके साथ-साथ इसमें एक चीज और सामने आई
कि ये जो पूरा गेम चल रहा था इसमें जो
पैसे की जरूरत पड़ रही थी उसमें करीब 1.6
मिलियन यूरो जो थे वो इजराइल ने पहले
बल्गेरिया मंगवाए उसके बाद हंगरी में
पहुंच वाए तो ये जो सारे ऑर्डर प्लेस किए
थे हिजबुल्लाह ने बीएससी कंसल्टिंग के
थ्रू तो इसमें शॉन मोरहाउस एक फॉर्मर
ब्रिटिश आर्मी बॉम डिफ्यूजर ऑफिसर थे उनकी
ये थ्योरी है कि जो नॉर्मल पेजर होते हैं
इसमें ये दो बैटरी लगी होती है जो पावर
देती हैं पेजर को ये यहां पे स्पीकर लगा
होता है जो इनकमिंग बीप्स अलर्ट जो होते
हैं वो सुनाता है ये यहां पे वाइब्रेटर
लगा होता है इन केस साइलेंट मोड में हो तो
नोटिफिकेशन पता चल जाए ये रेडियो एंटीना
जो कि सिग्नल रिसीव करता है और ये
माइक्रोप्रोसेसर जो सिग्नल को कन्वर्ट
करके मैसेज रीडेबल बनाते हैं ये जो पेजर
के अंदर दो बैटरी होती है तो इनका कहना है
कि ऐसा हुआ होगा कि ये जो दो आइडेंट बैटरी
है इसमें से एक बैटरी को रिप्लेस करके
उसमें एक्सप्लोसिव भर दिया गया है तो जो
दूसरी बैटरी थी उससे तो डिवाइस को पावर
मिल रही थी और एक जो बैटरी थी उसके अंदर
इन्होंने एक्सप्लोसिव भर दिया और इसको एक
चिप से जोड़ दिया नॉर्मली अल्कलाइन ए
बैटरी जो होती है उसका वेट 23 ग्राम होता
है लेकिन इन पेजर्स में जो बैटरी मिली
उसमें से एक बैटरी का वेट जो था वो 20
ग्राम के आसपास था तो इसको लेके बोला जा
रहा है कि इन बैटरीज में शायद एक्सप्लोसिव
रखा गया होगा और जो एक्सप्लोसिव यूज किए
गए उसमें भी एक स्पेसिफिक एक्सप्लोसिव यूज
किया गया
पीईटीएम ये बहुत ही कम अमाउंट में बहुत ही
बड़ा बला करता है इसीलिए इस पर्टिकुलर
एक्सप्लोसिव को कोव ऑपरेशन में हमेशा
एजेंसीज यूज करती हैं ईयर 1996 में भी कुछ
इसी तरीके से एक मोबाइल डिवाइस में
एक्सप्लोसिव यूज करके हमास का एक ऑपरेटिव
था याया उसको मारा था मसाद ने ऐसे ही एक
बार इन्होंने एक डॉग के अंदर बॉम लगा के
हिजबुल्ला के कैंप में भेज दिया था तो अब
होता क्या है कि यहां से फरवरी 2024 का मन
था और ये जो इजराइली पेजर थे वो डे बाय डे
लेबनान के अंदर पहुंचने लगे हिज्बुल्लाह
के जितने भी ऑपरेटिव ये पेजर यूज़ कर रहे
थे उनको बिल्कुल भी आईडिया नहीं था कि ये
लोग एक चलता फिरता बॉम लेके घूम रहे हैं
जो कि पूरी तरीके से इजराइल के कंट्रोल
में है वो जब चाहे तब ब्लास्ट कर सकता है
करीब 3000 पेजर जो थे वो लेबनान पहुंच
चुके थे बाकी 2000 जो थे वो पहुंचने बाकी
थे और फिर इसके बाद डेट आती है 15th ऑफ
सितंबर 2024 जिस दिन पेजर अटैक होना था इस
अटैक से ठीक दो दिन पहले हिजबुल्ला क्या
करता है कि इजराइल के टेल अवीव जो है यहां
पे रकन पार्क है तो यहां पे हिजबुल्ला ने
क्या किया था कि एक m18 ए1 क्लेमोर माइन
जो थी ये लगा दी थी और रिमोट एक्टिवेशन
सिस्टम के थ्रू ये लोग बम फोड़ने वाले थे
यहां पे लेकिन जैसे-तैसे करके इजराइल की
इंटरनल इंटेलिजेंस यूनिट जो शुरू में
मैंने बताया था जिसका नाम शिन बेट बोलते
हैं ये लोग शब्बा भी बोलते हैं इसको तो
शिन बेट जो है उसके पास इसका इंटेल आ जाता
है और ये लोग इस ब्लास्ट को रोक देते हैं
अब ये अटैक तो रुक गया था लेकिन इजराइल
बहुत ज्यादा गुस्से में था कि हिज्बुल्लाह
का कुछ ना कुछ करना पड़ेगा इस इंसीडेंट के
दो दिन बाद यानी कि 177th ऑफ सितंबर 2024
जिस दिन ये पेजर अटैक होना था मॉर्निंग
में पेजर अटैक होने से कुछ घंटे पहले
सिक्योरिटी कैबिनेट ऑफ इजराइल एक लंबी
मीटिंग करती है हिज्बुल्लाह के रिगार्डिंग
और बाकी क्या डिस्क हुआ ये तो नहीं पता
लेकिन इस मीटिंग के बाद इजराइल ने अनाउंस
किया कि अब टाइम आ गया है कि जो नॉर्दर्न
इजराइली अपना घर छोड़ के चले गए थे अब
उनको वापस लाने का टाइम आ गया है इस
मीटिंग के बाद नेतनयाहू ने मीडिया से भी
कहा कि अब हिज्बुल्लाह के केस में इजराइल
के नॉर्दर्न बॉर्डर के पास कुछ फंडामेंटल
सिक्योरिटी चेंजेज करने होंगे तभी जो है
जो इजराइली हैं वो अपने घर वापस आ पाएंगे
सबको लग रहा था कि यह मीटिंग एक नॉर्मल
मीटिंग थी लेकिन कहा जा रहा है कि यह
मीटिंग इसी पेजर अटैक से रिलेटेड थी
इनफैक्ट सीएनएन ने एक रिपोर्ट पब्लिश की
है जिसमें उन्होंने साफ कहा है कि ये जो
पेजर अटैक अटैक इजराइल लेबन में कराने
वाला था इसके बारे में उसने पहले ही यूएस
को बता दिया था कॉन्फिडेंस में लिया था
यूएस को उसके बाद ही ये पेजर अटैक किया
लेकिन इस चीज को लेके जब बहुत ज्यादा
हल्ला हुआ तो यूएस के जो सेक्रेटरी ऑफ
स्टेट हैं एंटोनी ब्लिंकन इन्होंने ये कहा
कि ऐसा कुछ भी नहीं है हम इसके बारे में
कुछ भी नहीं जानते थे ये मीटिंग खत्म हुई
थी इसके बाद एक चीज और होती है ये जो
इंटरनल इंटेलिजेंस यूनिट थी शन बेट इसने
एक चीज और बोली कि हिज्बुल्लाह ने एक
डिवाइस में एक्सप्लोसिव लगा के फॉर्मर
इजराइली ऑफिसर जो था उसको मारने का प्लान
बनाया था उसको भी हमने रोक दिया तो ये
सारी चीजें पेजर अटैक होने से कुछ ही घंटे
पहले बैक टू बैक हो रही थी अब इसके बाद
सेम डे यानी कि 177th ऑफ सितंबर 2024 को
टाइम होता है 3:30 और लेबनान के अंदर
जितने भी हिज्बुल्लाह के मेंबर थे उन सबको
पेजर में एक मैसेज आता है जब भी
हिज्बुल्लाह की जो मेन लीडरशिप थी वो किसी
टास्क को लेके मैसेज करती थी तो पहले
अरेबिक में कुछ लिखा होता था वो एक सर्ट
पैटर्न में ही आता था तो ये मैसेज भी सेम
उसी के तरीके से आया और सबको ऐसा लगा कि
जैसे उनके लीडर ने ही मैसेज किया और कोई
अगर अपने पेजर से दूर भी था तो वो पास में
आ गया था जो पेजर साइलेंट थे उस टाइम पे
वो वाइब्रेट करने लगे थे और जैसे ही ये
मैसेज आता है पेजर वाइब्रेट और रिंग करने
लगता है और उसके थोड़ी देर बाद ही बैक टू
बैक ये पेजर फटना स्टार्ट होते हैं हजारों
पेजर शॉप्स मार्केट घर बस स्टैंड हजारों
की तादाद में फटना स्टार्ट हो जाते हैं
लेबन के अंदर हिज्बुल्लाह के जो मेंबर्स
थे उनके आसपास जो आम जनता थी वो भी घायल
हुए और सबसे ज्यादा लोग फातिमा के
इंसीडेंट को लेके गुस्सा हुए क्योंकि 9
साल की फातिमा घर पे थी और जब वो पेजर
रिंग करने लगा तो वो अपने फादर को देने गई
और वहीं पे ब्लास्ट हो गया और उसकी जान
चली जाती है तो इसको लेके बहुत ज्यादा लोग
गुस्सा हुए पूरे लेबनान के अंदर जो
हॉस्पिटल थे वोह भरना स्टार्ट हो गए
डॉक्टर्स की जो लीव थी वह सारी की सारी
कैंसिल कर दी गई लेबनान में लोग टीवी
लैपटॉप फोन सबकी बैटरी निकालने लगे फेंकने
लगे इनफैक्ट एयरपोर्ट के अंदर भी केस शुरू
हो गया कि कहीं प्लेन के अंदर ही बम ना फट
जाए एयरपोर्ट में भी लोग बैटरी वगैरह
निकाल के फेंकने लगे अपने मोबाइल और
पेजर्स की हजारों लोग घायल हो गए और 40 से
ज्यादा लोगों की जान चली
गई अब इसके नेक्स्ट डे यानी 18th ऑफ
सितंबर 2024 को क्या होता है चार लोग जो
मर गए थे उन के जनाजे को लेकर लोग जा रहे
थे तो वहां पे आसपास वॉकी टॉकी थे तो पता
चला वॉकी टॉकी भी फटने स्टार्ट हो गए
थोड़ी देर बाद बेरूट के अंदर घर के ऊपर जो
सोलर पैनल थे वो फटना स्टार्ट हो गए अब
लोग यहां से और ज्यादा डर गए कि अब
नेक्स्ट क्या फटेगा टीवी टेबल फ्रिज हर एक
चीज को लेकर लोग डरने लगे कि कब क्या फट
जाए किसी को कोई आईडिया नहीं लेकिन सबसे
ज्यादा हैरानी तब हुई जब मस्तबा अमानी
ईरानियन एंबेसडर टू लेबन इनके पास से भी
पेजर निकल जाता है वो भी इंजर्ड हो जाते
हैं फिर इसको लेके भी बोला जाने लगा कि
हिज्बुल्लाह के जो पेजर हैं ये ईरान के
एंबेसडर के पास क्या कर रहे हैं अब जब ये
वॉकी टॉकी फटने स्टार्ट हुए तो इनका भी
पता लगाया जाने लगा कि ये हो क्यों रहा है
तो पता चला कि ये आइकॉम कंपनी के i f24
वाले मॉडल हैं जो कि जापान की कंपनी बनाती
है तो इसको लेके तुरंत जापान की कंपनी से
भी स्टेटमेंट आ गया कि ये जो वॉकी टॉकी के
मॉडल हैं हमने 2014 में ही बनाने बंद कर
दिए थे तो ये कैसे फट रहे हैं हमें भी कुछ
आईडिया नहीं अब जैसे ही ये इंसीडेंट होता
है तो इसको लेके अलग-अलग थ्योरी आने लगी
लेकिन सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात थी कि
रेडियो बेस्ड टेक्नोलॉजी को दूर से बैठ के
कैसे ट्रिगर किया गया लेकिन इसमें सबसे
ज्यादा जो बात हो रही है जिस थ्योरी की
उसमें ये कहा गया है कि दूर से बैठे-बैठे
इन डिवाइस में एक एनक्रिप्टेड मैसेज भेजा
गया जिससे मेमोरी फुल हुई और जो चिप थी
उसको पहले से ही उसमें ऐसी प्रोग्रामिंग
थी कि वो हीट करने लगेगी तो बैटरी हीट
करने की वजह से एक्सप्लोसिव जो था वो
ब्लास्ट होने शुरू हो गए ये एक थ्योरी
बताई गई लेकिन एक्चुअल में हुआ क्या ये
पता करना बहुत ही मुश्किल है क्योंकि कोई
भी कंपनी या कंट्री कभी भी एक्सेप्ट नहीं
करेगी कि उसने हिज्बुल्लाह को जान पूछ के
या गलती से या किसी भी केस में पेजर दिए
हैं क्योंकि हिजबुल्ला को मल्टीपल कंट्रीज
ऑलरेडी आतंकी ऑर्गेनाइजेशन डिक्लेयर कर
चुकी है तो वो जो कंट्री है और जो कंपनी
है जो एक्सेप्ट करेगी उसके लिए बहुत बड़ी
दिक्कत हो जाएगी इनफैक्ट हिज्बुल्लाह खुद
भी ये चीज डिस्क्लोज नहीं करेगा कि उसने
कहां से मंगाए थे ये पेजर किस सीक्रेट
चैनल का यूज करके डिवाइसेज मंगाए थे और
रही बात इजराइल की तो इस पेजर अटैक के
बारे में इजराइल ने ऑफिशियल कुछ भी बोलने
से मना कर दिया बस एक इंडिकेशन दिया है
इजराइल के जो डिफेंस मिनिस्टर हैं गैलेंट
इन्होंने कहा है कि वॉर का एक नया पीरियड
शुरू हो रहा है और हम उसी चीज को अडॉप्ट
कर रहे हैं लेकिन ये जो सारा कुछ चल रहा
है इससे एक चीज तो क्लियर हो गई है कि आने
वाले टाइम में अब एक प्रॉपर वॉर होगी
हिज्बुल्लाह और इजराइल के बीच में यहां तक
कि यह भी इंडिकेशन दिए इजराइल ने कि वो अब
नॉर्दर्न रीजन में इजराइली हों को अपने घर
वापस लाने के लिए लेबनान के अंदर ग्राउंड
इनवेजन भी कर सकते हैं